नर्म चुम्बकीय पदार्थ और कठोर चुम्बकीय पदार्थ में अन्तर

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नर्म चुम्बकीय पदार्थ और कठोर चुम्बकीय पदार्थ में अन्तर

इस आर्टिकल में एक नर्म चुम्बकीय पदार्थ और कठोर चुम्बकीय पदार्थ में क्या–क्या अन्तर होता है इसके बारे मे जानकारी दी जा रही है।
Difference  Between Hard Magnet And Soft Magnet

नर्म चुम्बकीय पदार्थ:— नर्म चुम्बकीय पदार्थ में निम्नलिखित विशेषता होती हैं।
(i) नर्म चुम्बकीय पदार्थ का B.H कर्व संकरा, पतला और लम्बा (बढ़ता हुआ) होता है।
(ii) नर्म चुम्बकीय पदार्थ में चुम्बकन हानि कम होती है क्योंकि निग्राहिता बल कम लगता है।
(iii) नर्म चुम्बक का प्रयोग अस्थाई विद्युत चुम्बक बनाने के लिए किया जाता है।
(iv) नर्म चुम्बकीय पदार्थ की पर्मेबिलिटी (permability) उच्च होती है अतः ये जल्दी चुम्बकित हो जाते हैं।
(v) नर्म चुम्बकीय पदार्थ में स्टोर मैग्नेटिक ऊर्जा कम होती है अर्थात अवशिष्ट चुंबकत्व कम होता है। जैसे— कॉस्ट आयरन, सिलिकॉन स्टील, म्यूमेटल, परम एलॉय, कार्बन स्टील और शुद्ध लोहा इत्यादि।

कठोर चुम्बकीय पदार्थ:— कठोर चुम्बकीय पदार्थ में निम्नलिखित विशेषता होती हैं।
(i) कठोर चुम्बकीय पदार्थ का B.H कर्व मोटा और धीरे बढ़ता हुआ होता है।
(ii) कठोर चुम्बकीय पदार्थ में चुम्बकन हानियां अधिक होता है क्योंकि निग्राहिता बल अधिक होता है।
(iii) कठोर चुम्बक का प्रयोग स्थाई चुम्बक बनाने के लिए किया जाता है।
(iv) कठोर चुम्बकीय पदार्थ की धारण क्षमता उच्च होती है।
(v) कठोर चुम्बकीय पदार्थ में अवशिष्ट चुंबकत्व अधिक होता है। जैसे— एलनिको, एल्कोनेक्स, कोबाल्ट स्टील, क्रोमियम स्टील और टंगस्टन स्टील इत्यादि।

चुम्बकीय पदार्थों की विशेषता:— एक चुम्बकीय पदार्थ में निम्नलिखित विशेषताए होती है। नीचे चुम्बकीय पदार्थ और उनकी विशेषता के बारे में बताया गया है।
(A) फेरोमैग्नेटिक पदार्थ— फेरोमैग्नेटिक पदार्थ की ससेप्टिबिली (susceptibility/चुम्बकीय प्रवृत्ति) क्यूरी ताप के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
(B) पैरामैग्नेटिक पदार्थ— पैरामैग्नेटिक पदार्थ की ससेप्टिबिली (susceptibility/चुम्बकीय प्रवृत्ति) परम ताप (0K) के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
(C) डायामैग्नेटिक पदार्थ— डायामैग्नेटिक पदार्थ की (susceptibility/चुम्बकीय प्रवृत्ति) ताप से अप्रभावित रहती है।
(D) एंटीमैग्नेटिक पदार्थ— एंटीमैग्नेटिक पदार्थ की ससेप्टिबिली (susceptibility/चुम्बकीय प्रवृत्ति) ताप के साथ (क्यूरी ताप तक) बढ़ती है।

महत्वपूर्ण बिन्दु:— क्यूरी तापमान पर फेरो, पैरा, एंटी मैग्नेट तीनो पैरा मैग्नेट की तरह (कार्य) व्यवहार करने लगते है।
फेरोमैग्नेट की चुम्बकीय प्रवृत्ति (susceptibility) क्यूरी तापमान तक बढ़ती है फिर उपरोक्त प्रक्रिया होती है।

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