डीसी कंपाउंड जनरेटर के प्रकार | Types Of DC Compound Generator

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डीसी मिश्रित या यौगिक जनरेटर (DC Compound Generator)

डीसी कंपाउंड जनरेटर में दो फील्ड होती है एक फील्ड आर्मेचर के श्रेणी क्रम (series) में लगती है जिसे सीरीज फील्ड (series field) कहते हैं तथा एक फील्ड आर्मेचर के समांतर (parallel) में लगती है जिसे शंट फील्ड (shunt field) कहते हैं।
DC Compound Generator Ke Prakar
Types Of DC Compound Generator In Hindi

इस जनरेटर में शंट और सीरीज फील्ड वाइंडिंग के मिश्रण से फील्ड उत्तेजन उपलब्ध होता है।
डीसी कंपाउंड जनरेटर में कुल 6 सिरे होते हैं। 2 सिरे आर्मेचर के A1 एवं A2, 2 सिरे सीरीज के D1 एवं D2 और 2 सिरे शंट के होते है जिन्हे E1 और E2 से प्रदर्शित करते है।


लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर (Long Shunt Compound Generator)


जब आर्मेचर और सीरीज फील्ड के संयोजन के साथ शंट फील्ड समान्तर में होता है तो जनरेटर को लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर कहते हैं।
Long Shunt Compound Generator In Hindi

Long Shunt Compound Generator

लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर में शंट फील्ड आर्मेचर और सीरीज फील्ड दोनों के संयोजन के समान्तर में होता है इस कारण इसे लॉन्ग शंट कहते है।
शंट फील्ड की धारा इस बात पर निर्भर करती है की Rsh का मान कितना है और Vsh कितना मिला है। तथा लोड करंट इस बात पर निर्भर करता है कि टर्मिनल वोल्टेज कितना है और कितना लोड संयोजित किया गया है इसमें सीरीज फील्ड की धारा Ise उतनी ही होगी जितनी आर्मेचर की करंट है।
लॉन्ग शंट में सीरीज फील्ड की धारा अधिक होती है और वह आर्मेचर धारा के बराबर होती है।
Ia= IL + Ish
याद रखने योग्य बातें:—
(A) लॉन्ग शंट (long shunt) और शॉर्ट शंट (short shunt) दोनों जनरेटरो में आर्मेचर करंट का सूत्र समान होता है।
आर्मेचर करंट (Ia)= IL + Ish

(B) लॉन्ग शंट (long shunt) और शॉर्ट शंट (short shunt) दोनों जनरेटरो में लोड करंट समान होती है।
लोड करंट (IL)= P/Vt

(C) लॉन्ग शंट (long shunt) जनरेटर में सीरीज फील्ड (series field) की धारा आर्मेचर धारा के बराबर होती है।
Ise= Ia

(D) लॉन्ग शंट (long shunt) जनरेटर में शंट फील्ड की वोल्टेज और टर्मिनल वोल्टेज बराबर होती है।
Vsh= Vt

(E) शंट फील्ड के लिए सूत्र
(Ish)= Vsh/Rsh

(F) लॉन्ग शंट (long shunt) जनरेटर में टर्मिनल वोल्टेज, शंट फील्ड वोल्टेज के बराबर होता है।
Vt= Vsh= E—Ia.Ra—Ise.Rse


शॉर्ट शंट कंपाउंट जनरेटर (short shunt compound generator)


जब शंट फील्ड समान्तर में केवल आर्मेचर से जोड़ा जाता है तो जनरेटर एक शॉर्ट शंट कंपाउंट जनरेटर की भांति कार्य करता है।
Short Shunt Compound Generator In Hindi
Short Shunt Compound Generator

इस जनरेटर के आर्मेचर के समान्तर में शंट फील्ड होता है और सीरीज फील्ड अलग होता है अर्थात शॉर्ट शंट जनरेटर में शंट फील्ड केवल आर्मेचर के समान्तर में होता है। सीरीज फील्ड वाइंडिंग में धारा उतनी चलती है जितनी लोड की करंट होती है।

शॉर्ट शंट में सीरीज फील्ड की धारा तुलनात्मक रूप से कम होती है तथा केवल लोड करंट के बराबर होती है।
शॉर्ट शंट में आर्मेचर धारा (Ia)= IL + Ish

शॉर्ट शंट में लोड करंट
(IL)= P/Vt

शॉर्ट शंट में सीरीज फील्ड की धारा लोड करंट के बराबर होती है।
Ise= IL

शॉर्ट शंट जनरेटर में टर्मिनल वोल्टेज कम और शंट फील्ड वोल्टेज ज्यादा होता है।
Vsh > Vt

शंट फील्ड के लिए सूत्र
Ish= Vsh/Rsh

शंट फील्ड का वोल्टेज
Vsh= E—Ia.Ra

टर्मिनल वोल्टेज
Vt= E—Ia.Ra—Ise.Rse

कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर (Comulative Compound Generator)


कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर में सीरीज फील्ड (series field) का फ्लक्स और शंट फील्ड (shunt field) का फ्लक्स दोनों एक ही दिशा में काम करते हैं।
Comulative Compound Generator In Hindi

Comulative Compound Generator 

अर्थात दोनों एक दूसरे के सहयोगी स्वभाव के होते हैं इसलिए परिणामी फ्लक्स अधिक हो जाता है।
Φt= Φse + Φsh

डिफरेंशियल लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर (Differential Long Shunt Compound Generator)

डिफरेंशियल लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर में सीरीज फील्ड (series field) का फ्लक्स तथा शंट फील्ड का फ्लक्स दोनों एक दूसरे के विपरीत दिशा में काम करते हैं, अर्थात दोनों एक दूसरे के विरोधी स्वभाव के होते हैं इसलिए प्रणामी फ्लक्स कम हो जाता है।
Differential Short Shunt Compound Generator In Hindi
Differential Long & Short Shunt Compound Generator
  • सीरीज फील्ड (series field) का फ्लक्स शंट फील्ड के फ्लक्स का विरोध करता है जिसे बंकिंग (bunking) कहते हैं।

लोड विशेषता वक्र:—
Charasterstic Curve In Hindi

(a) ओवर कंपाउंड कम्युलेटिव जनरेटर (Over Compound Cumulative Generator)

इस जनरेटर की यह विशेषता होती है कि भार धारा में वृद्धि के साथ सीरीज फील्ड के फ्लक्स में कितनी वृद्धि होती है कि आर्मेचर रिएक्शन और आर्मेचर वोल्टेज ड्रॉप के लिए जितनी फ्लक्स की आवश्यकता थी सीरीज फील्ड का फ्लक्स उससे भी अधिक बन जाता है। इसलिए प्रणामी फ्लक्स और बढ़ जाता है तथा भार बढ़ने के साथ टर्मिनल वोल्टेज बढ़ जाती है।
  • इस प्रकार के जनरेटर का उपयोग ऐसे स्थानों पर करते हैं जहां अधिक दूरी वाला लोड होता है। जैसे— रेलवे, स्ट्रीट लाइट
  • इसका वोल्टेज रेगुलेशन नेगेटिव (negative voltage regulation) होता है।

(b) लेवल कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर (Level Cumulative Compound Generator)

इस जरनेटर में सीरीज फील्ड के द्वारा बनाया गया फ्लक्स इतना होता है जो आर्मेचर रिएक्शन और आर्मेचर ड्रॉप के लिए आवश्यक फ्लक्स के बराबर था। अर्थात दोनों को न्यूट्रलाइज (nutralize) करने के लिए पर्याप्त था। इसलिए परिणामी फ्लक्स में कोई अंतर नहीं आता और जनरेटर भार बढ़ने के साथ भी एक नियत वोल्टेज प्रदान करता रहता है।

ऐसे जरनेटर को लेवल या फ्लैट कम्युलेटिव कंपाउंड जरनेटर (level or flat comulative compound generator) कहते हैं।
  • इस प्रकार के जनरेटर का उपयोग ऐसे स्थानों पर करते हैं जहां भार नजदीकी जगह पर हो तथा जिसमें स्थिर टर्मिनल वोल्टेज की आवश्यकता हो। जैसे– घरेलू लाइटिंग, घरेलू पावर लोड, लेथ मशीन इत्यादि।
  • इसका वोल्टेज रेगुलेशन शून्य (0) होता है।

(c) शंट जनरेटर (shunt generator)

यदि वक्र C के अनुसार हो तो यह शंट जनरेटर माना जाता है। शंट जनरेटर में भार के साथ वोल्टेज घटती है।

(d) अंडर कंपाउंड कम्युलेटिव जनरेटर (Under Compound Cumulative Generator)

अंडर कंपाउंड कम्युलेटिव जनरेटर में टर्मिनल वोल्टेज शंट जनरेटर से भी अधिक घटती है अतः इस जनरेटर की जगह शंट जनरेटर बेहतर काम करेगा। अर्थात इस जनरेटर में भार बढ़ने पर सीरीज फील्ड का फ्लक्स आर्मेचर रिएक्शन के कारण आर्मेचर फ्लक्स तथा आर्मेचर वोल्टेज ड्रॉप के कारण आवश्यक मान के लिए भी पर्याप्त फ्लक्स नही बना पाया और परिणामी फ्लक्स घटकर कम हो गया, अतः जब परिणामी फ्लक्स घट गया तो भार बढ़ने के साथ वोल्टेज भी कम हो गई।
  • ऐसे जनरेटर का उपयोग केवल हल्के लोड के लिए किया जाता है जैसे– इलेक्ट्रोप्लेटिंग
  • इस जनरेटर का वोल्टेज रेगुलेशन धनात्मक (positive) होता है।

(e) डिफरेंशियल कंपाउंड जनरेटर (Differential Compound Generator)

डिफरेंशियल कंपाउंड जरनेटर में लोड करंट बढ़ने के साथ सीरीज की धारा बढ़ जाती है तथा धारा बढ़ने के साथ सीरीज फ्लक्स बढ़ जाता है जो शंट फ्लक्स का विरोध करेगा तथा परिणाम फ्लक्स बहुत घट जाएगा जाएगा अतः टर्मिनल वोल्टेज बहुत घट जाएगी।
  • इस प्रकार के जनरेटर का उपयोग आर्क वेल्डिंग में किया जाता है।
जनरेटर से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर:—

प्रश्न:— आर्क वेल्डिंग के लिए किस प्रकार के डीसी जनरेटर का उपयोग किया जाता है?
(A) शंट (shunt) जनरेटर
(B) श्रेणी (series) जनरेटर
(C) विभेदक (differential compound) यौगिक जनरेटर
(D) संचयी यौगिक (cumulative compound) जनरेटर
उत्तर:— C

प्रश्न:— लंबी दूरी वितरण लाइनों के लिए किस प्रकार के डीसी जनरेटर का उपयोग किया जाता है?
(A) शंट जनरेटर
(B) श्रेणी जनरेटर
(C) विभेदक यौगिक जनरेटर
(D) संचयी यौगिक जनरेटर
उत्तर:— D

प्रश्न:— उस कंपाउंड जनरेटर का नाम क्या है, यदि शंट फील्ड आर्मेचर के साथ समानान्तर में जुड़ा हुआ है?
(A) लॉन्ग शंट कंपाउंड जनरेटर
(B) शॉर्ट शंट कंपाउंड जनरेटर
(C) डिफरेंशियल कंपाउंड जनरेटर
(D) कम्युलेटिव कंपाउंड जनरेटर
उत्तर:— B

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