ट्रांसमिशन लाइन पैरामीटर्स | Transmission Line Parameter In Hindi

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ट्रांसमिशन लाइन प्रचाल (Transmission Line Parameter)— इस आर्टिकल में हम लोग जानेंगे की एक ट्रांसमिशन लाइन में क्या–क्या पैरामीटर होते है अर्थात एक ट्रांसमिशन लाइन किन–किन कारकों से प्रभावित होती है।
Transmission line parameters
Parameters Of Transmission Line

एक ट्रांसमिशन लाइन निम्न 4 कारकों द्वारा प्रभावित होती है अर्थात एक ट्रांसमिशन लाइन को 4 कारक प्रभावित करते है। जिनके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।
1. प्रतिरोध (Resistance) R
2. प्रेरकत्व (Inductance) L
3. धारिता (Capacitance) C
4. चालकता (Shunt Conductance) G

इन चारो घटकों के बारे में नीचे विस्तृत जानकारी दी जा रही है।
1. प्रतिरोध (Resistance)— डीसी लाइन (DC line) का प्रतिरोध केवल ताप से प्रभावित होता है। अतः डीसी में चालको में धारा वितरण का घनत्व एक समान होता है जबकि एसी लाइन (AC line) में प्रतिरोध ताप तथा फ्रीक्वेंसी दोनो के कारण प्रभावित होता है अतः धारा घनत्व असमान वितरित होता है।
चालक में डीसी प्रतिरोध (dc resistance) की अपेक्षा एसी प्रतिरोध (ac resistance) अधिक होता है। जिसके कारण लाइन में प्रतिरोध दो प्रभाव डालता है।
(A) I ²R हानि (loss) जिससे दक्षता कम हो जाती है।
(B) I.R वोल्टेज ड्रॉप (voltage drop) जिससे वोल्टेज रेगुलेशन (voltage regulation) प्रभावित होता है।

2. प्रेरकत्व (Inductance)— ट्रांसमिशन में इंडक्टेंस (inductance) हेनरी/मीटर में मापा जाता है।
इंडक्टेंस चालको के बीच दूरी के समानुपाती होता है। (चालक जितना पास होगा इंडक्टेंस उतना ही अधिक होगा) इसलिए प्रेरकत्व के प्रभाव को समाप्त करने हेतु चालको के मध्य दूरी एक समान रखी जाती है। परन्तु आपसी दूरी सदैव एक समान नहीं होती है अतः एक नियमित अन्तराल के बाद चालको की स्थिति बदली जाती है जिसे ट्रांसपोजिशन (transposition) कहते है।

3. धारिता (Capacitance)— यह लाइन की लंबाई पर निर्भर करती है तथा लाइन के समानुपाती होती है। (लाइन की लंबाई कितनी अधिक होगी उतनी ही उसकी धारिता अधिक होगी। अतः शॉर्ट ट्रांसमिशन लाइन (short transmission line) में धारिता नगण्य मानी जाती है। धारिता के कारण लाइन में आवेशन धारा (charging current) चलती है जिससे लाइन लॉस (line loss) होता है।

4. चालकता (Shunt Conductance)— प्राप्ति सिरे (receving end) पर भार कम/शून्य हो तो लाइन की वोल्टेज में वृद्धि हो जाती है जिसे "फेरेन्टी प्रभाव" कहते है।  फेरेन्टी प्रभाव शंट कैपेसिटेंस के कारण ही होता है।

विरूपण रहित लाइन में (Distortion Less Line)—
(A) RC — LG= 0
(B) RC = LG या RC/LG= 1
(C) AD — BC= 1

ट्रांसमिशन लाइन को प्रभावित करने वाले कारक कौन–कौन से है? (Transmission Line Ke Parameter Kya Hai)— एक ट्रांसमिशन लाइन को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में इस आर्टिकल में बताया गया इस टॉपिक से संबंधित ये आर्टिकल आप लोगो को कैसा लगा इसके बारे में हमे जरूर बताएं तथा इसी तरह के इलेक्ट्रिकल और इलैक्ट्रानिक्स से संबंधित आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को जरूर फॉलो करे तथा अपने दोस्तो के साथ भी जरूर शेयर करे।

प्रश्न:— एक ट्रांसमिशन लाइन निम्न में से किस घटक के द्वारा प्रभावित होगा? (A transmission line will be affected by which of the following factors)
(A) चालकता (shunt conductance)
(B) धारिता (capacitance)
(C) प्रतिरोध (resistance)
(D) प्रेरकत्व (inductance)
(E) उपर्युक्त सभी
उत्तर— E

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